लैंगिक समानता के लिए डिजिटल नवाचार और प्रौद्योगिकी सशक्त माध्यम- पाण्डेय

 लैंगिक समानता के लिए डिजिटल नवाचार और प्रौद्योगिकी सशक्त माध्यम- पाण्डेय 

बस्ती। डिजिटल संशाधनो और टेक्नोलॉजी नें महिला पुरुष के बीच के खाई को कम करने में काफी मदद की है। भारत में स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और इंटरनेट सहित डिजिटल तकनीकों का उपयोग करने वाली महिलाओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। डिजिटल तकनीक से जुड़ने वाली महिलाओं को अब महिला पुरुष भेदभाव जैसी चुनौतियों से कम जूझना पड़ता है। यह बातें विश्व युवक केंद्र नई दिल्ली के सहयोग से युवा विकास समिति जनपद बस्ती द्वारा सल्टौआ गोपालपुर के उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन सेंटर पर डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी के विषय पर आयोजित परिचर्चा में मुख्य अतिथि वरिष्ट साहित्यकार धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय नें कही। 

उन्होंने नें कहा की वह डिजिटल माध्यमो के जरिये अपनी बातें खुल कर रखने में सक्षम हो पायी हैं। यही वजह है की महिला उत्पीडन के मामलों में काफी कमी आई है। मेकअप ट्रेनर रूबी नें कहा की डिजिटल नवाचार और प्रौद्योगिकी के जरिये लड़कियां और महिलाएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहीं है साथ ही इन माध्यमो से रोजगार रोजगार के नए अवसर भी सामने आ रहें हैं। सामाजिक कार्यकर्ता महावीर सिंह नें कहा की इंटरनेट के सस्ते और सुलभ होने से लैंगिक समानता को और भी बढ़ावा मिलने के अवसर सामने निकल कर आयेंगे। 

उन्होंने कहा की लैंगिक असमानता को खत्म करने के लिए डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देकर हम इस लक्ष्य को जल्दी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया की डिजिटल नवाचार और प्रौद्योगिकी के जरिये यौन- और लिंग आधारित हिंसा, बालिका शिक्षा, वित्तीय साक्षरता, महिला नेतृत्व, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे क्षेत्रों में मजबूती से कदम बढ़ा रहीं हैं।

प्रशिक्षिका निशा नें बताया की लड़कियां और महिलाएं अपने फोन का उपयोग सकरात्मक तस्वीरें और वीडियो बनाने के लिए करती हैं, जिससे उनके समुदायों में सीखने का एक अवसर मिल पाता है। कार्यक्रम में बालिकाओं नें एक दूसरे के हाथों पर मेहंदी डिजाइन के जरिये डिजिटल नवाचार और प्रौद्योगिकी माध्यमों को दर्शाते हुए डिजाइन उकेरे जिसमें प्रतिभा, नीलम कुमारी, राधा, सुषमा, रचना, सीता चौधरी, नेहा, निर्मला दीक्षा, सोनमती, निर्मला गौतम, विभा भारती, काजल , वन्दना, दुर्गावती, राजकुमारी, मिसलावती, सरिता चौहान, विभा चौधरी, अनीता देवी, संध्या, निर्मला, सुनाक्षी मिश्रा, शिवानी सोनी, गीता देवी, शिल्पा गुप्ता, आशा, ज्योति रुमावली, सुमित्रा, नेहा चौधरी, सध्या मौर्य, अंशिका, स्नेहा, शालनी, सीमा चौधरी, साक्षी, नीलम को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को आयोजक संस्था की तरफ से सर्टिफिकेट, मैडल देकर पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर प्रीती चौधरी, वन्दना चौहारी, साक्षी, अर्चना, गीता, वन्दना, काजल, शिवानी, रिचा, काजल, चाँदनी, साक्षी, अर्चना, पूजा गुप्ता, निर्मला गौड, आँचल, सोनू, शीला, प्रीती, विभा, पिंकी, अर्चना, ज्योति, पुनीता, शिल्पा, निशा, सलोनी सोनी,पूजा गुप्ता कंचन, निर्मला, महिमा, संध्या भारती, सरिता चौहान, सैलजा,खुसबू, रिशा कुमारी, रीना, सरिता, उर्मिला, छाया, पल्लवी, प्रिया दूबे नें भी विचार रखे।

Post a Comment

Previous Post Next Post