अखिलेश यादव ने राजधर्म निभाया होता तो योगी आदित्यनाथ जेल में होते-डा. वाहिद अली सिद्दीकी
कांग्रेस की प्रेस वार्ता में निशाने पर रहे अखिलेश यादव
बस्ती । बुधवार को कांग्रेस कार्यालय पर जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारियों की संयुक्त प्रेस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव निशाने पर रहे। प्रदेश सचिव डा. वाहिद अली सिद्दीकी ने कहा कि अखिलेश यादव ने यदि राजधर्म निभाया होता तो योगी आदित्यनाथ जेल में होते।
प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर आयोजित प्रेस वार्ता में अल्पसंख्यक विभाग के जिला चेयरमैन महफूज अली एडवोकेट, शहर चेयरमैन सलाहुद्दीन ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान कि ‘उनके सामने भी योगी जी की फाइल आई थी लेकिन उन्होंने अधिकारियों से एफआईआर दर्ज न करने और मामलों को बन्द कर देने का निर्देश दिया था’ यह प्रमाणित करता है कि सपा और भाजपा के बीच गुप्त समझौते रहें है। अखिलेश यादव और इससे पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव जी ने हमेशा योगी को बढ़ावा दिया ताकि मुसलमान डर के कारण सपा को वोट देते रहें।
प्रदेश सचिव डा. वाहिद अली सिद्दीकी ने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते कहा कि मुसलमानों को यह भी समझना होगा कि जब तक वो सपा को वोट देते रहेंगे भाजपा को हराना नामुमकिन है। उनके सपा को वोट करने के कारण ही न चाहते हुए भी गैर सपाई पिछड़ों, अतिपिछड़ों, दलितों और सवर्णो का बड़ा हिस्सा भाजपा को वोट करता है। यही भाजपा की ताकत का राज है। कहा कि मतदान के इस पैटर्न के कारण ही बहुत सी जातियाँ न चाहते हुए भी भाजपा की मुस्लिम विरोधी राजनीति की वाहक हो जाती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि मुसलमानों के 20 प्रतिशत वोट के कारण ही 5 प्रतिशत आबादी वाली एक तबके की गुंडागर्दी उन्हें झेलनी पड़ती है जो न सिर्फ अन्य पिछड़ों का हिस्सा खा जाती हैं बल्कि दलित और कमजोर तबकों पर जुल्म भी करती हैं।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से अलीम अख्तर, शौकत अली, मो. रफीक खान, नफीस खान, मो. अशरफ अली, महबूब हसन, वारिस अली आदि शामिल रहे।
.jpg)