love shayari😍
तू मिल गई है तो मुझपे नाराज है खुदा,
कहता है की तू अब कुछ मांगता ही नही.
वादों की तरह इश्क भी आधा रहा,
मुलाकाते आधी रही इंतजार ज्यादा रहा.
वो मोहब्बत झुटी कैसे हो सकती है,
जो शुरू ही दूरियो से हुई हो…
सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है।
shayari love ❤❤❤
अब जानेमन तू तो नहीं,
शिकवा -ए-गम किससे कहें
या चुप हें या रो पड़ें,
किस्सा-ए-गम किससे कहें।
आहिस्ता चल ज़िन्दगी, अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है,
कुछ दर्द मिटाना बाकी है, कुछ फ़र्ज़ निभाना बाकी है.
हमको ही क्यों देते हो
प्यार का इल्जाम जरा खुद से
भी पूछों इतने प्यारे क्यों हो.
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे.
तुम लाख छुपाओ सीने में
एहसास हमारी चाहत का
दिल जब भी तुम्हारा धड़का हैं,
आवाज़ यहाँ तक आई हैं।
एक दूसरे को समझना भी पड़ता है ,
सिर्फ़ हाथ पकड़ लेना मोहब्बत नहीं है ..
ये इश्क़ है मेरी जान ,
तुम्हारे अलावा किसी से भी नहीं होगा ..
ज़रूर कुछ अच्छे कर्म किए है मैंने ,
इसीलिए तो आप मिल गये हमें..
तुम्हारा तो पता नहीं लेकिन मेरा दिल,
बहोत तरसता बात करने के लिए..
निखर जाती हैं मेरी मोहब्बत
तेरी आजमाइश के बाद
सवरता जा रहा है ये इश्क
तेरी हर फरमाइश के बाद.
साथ वही है, जो दूर
रहकर भी मेहसूस होता है ..!
इस मोहब्बत के रिश्ते को हम शिद्दत से निभाएंग
साथ अगर तुम दो तो हम दुख को भी हराएंगे.
बस इतना ही कहा था
कि बरसों के प्यासे हैं हम
उसने होठों पे होंठ रख के खामोश कर दिया