स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए विभागीय अधिकारियों को किया निर्देशित: डीएम

 स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए विभागीय अधिकारियों को किया निर्देशित: डीएम




बस्ती(ब्यूरों/रुबल कमलापुरी)। जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उन्होंने पाया कि पूर्व से चिन्हित 93 निष्क्रिय आशाओं में से मात्र 37 नोटिस जारी किया गया है जबकि जिलाधिकारी ने इन्हें हटाकर नई आशाओं का चयन करने का निर्देश दिया था। जनपद के चार आकांक्षी ब्लॉक में एएनसी नहीं हो रहा है, कैल्शियम की गोली केंद्रों तक नहीं पहुंच पाई है, वेट मशीन का अभाव है तथा सभी गांव में आशा एवं प्रधान का संयुक्त बैंक खाता नहीं खुल पाया है, जिसके कारण रू0 10000 की धनराशि नहीं जा पा रही है। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को इसमें सुधार लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि सीएमओ स्वयं तथा सीएचसी एवं पीएचसी के प्रभारी अपर सीएमओ तथा डिप्टी सीएमओ इनका नियमित निरीक्षण करें तथा सुधार लाएं। उन्होंने निर्देश दिया है कि 3 जून तक नियमित टीकाकरण का माइक्रो प्लान सभी एमओआईसी जमा करें। समीक्षा में उन्होंने पाया कि नियमित टीकाकरण से छूटे हुए 2200 मे से 992 बच्चों का ही टीकाकरण हो पाया है। इस स्थिति पर उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए 1 सप्ताह के भीतर अवशेष बच्चों का टीकाकरण कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि टीकाकरण का डाटा एचएमआईएस पोर्टल पर नियमित रूप से अपलोड करना सुनिश्चित करें। डीआईओ डॉ. विनोद ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम की तैनाती कर दी गई है। उन्होंने समीक्षा में पाया कि मई माह में नवजात बच्चों की देखभाल के लिए आशा और एएनएम द्वारा उनके घर जाने की संख्या में कमी आई है। इस कार्य में हर्रैया, कप्तानगंज एवं मरवटिया सबसे पीछे हैं। विक्रमजोत में एसएनसीयू अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। मुंडेरवा, बनकटी, बहादुरपुर अमरौली सुमाली में अभी भी 50 से कम प्रसव हो रहा है, जिसके कारण इनके एमओआईसी का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोका गया है। साथ ही मंझरिया एवं वाल्टरगंज पीएचसी पर 3 से कम प्रसव पाए जाने पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त किया। सीएचसी भानपुर में एनबीएसयू संचालित करा दिया गया है। वर्ष 2022-23 में कायाकल्प पुरस्कार योजना के अंतर्गत रुधौली, गौर, परसरामपुर, सॉउघाट, दुबौलिया तथा कप्तानगंज को आवश्यकता का आकलन करके स्टीमेट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। चाइल्ड डेथ रिव्यू फॉर्मेट प्रिंट ना होने के कारण अभी तक रिव्यू प्रारंभ नहीं हो पाया। एचबीएनसी फॉर्मेट मानक के अनुरूप ना होने के कारण पुनः प्रिंट कराया जा रहा है। सीएमओ डा. आर.पी. मिश्रा ने बताया कि अब तक कुल 136 आशा चिन्हित की गयी है, जिनका बीएचआईआर, संस्थागत प्रसव, नियमित टीकाकरण तथा परिवार कल्याण कार्यक्रम में उपलब्धि अत्यन्त खराब है। उन्होने बताया कि ऐसे सभी 136 आशाओं को नोटिस जारी किया जा रहा है। बैठक में यूनिसेफ के सुरेन्द्र ने बीएचएनडी, नियमित टीकाकरण एवं अन्य योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दिया। बैठक का संचालन डीपीएम ए.के. पाण्डेय ने किया। इसमें एसआईसी डा. आलोक वर्मा, एसीएमओ डा. फखरेयार हुसैन, डा. ए.के. मिश्रा, नगरीय नोडल डा. ए.के. कुशवाहा, डा. सुधांशू द्विवेदी, पीडी कमलेश सोनी, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, बीएसए डा. इन्द्रजीत प्रजापति, डीपीओ सावित्री देवी, सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी एंव खण्ड विकास अधिकारी तथा विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।

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