उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य को मदरसा आधुनिक शिक्षकों ने ज्ञापन
हमारी प्रमुख मांगे एंव समस्याएं निम्नवत हैं।
हम मदरसा आधुनिक शिक्षकों का विगत सत्र (2017-18), (2018-19). (2019-20), (2020-21). (2021-22 ) तथा (2022-23) का केन्द्रांश भारत सरकार से मंगाकर तत्काल भुगतान कराया जाय।
बस्ती। जनपद के दो दिवसीय भ्रमण पर आए, बक्शीश अहमद वारसी उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य को मदरसा आधुनिक शिक्षकों ने ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्याओं से अवगत कराया । मदरसा शिक्षकों ने कहा कि हम शिक्षकों को विगत 72माह से केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाला मानदेय नहीं मिला है जिससे मदरसा अधीक्षक का परिवार भुखमरी पर आ गया है। मदरसा आधुनिकीकरण योजना अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में लगभग 25000 आधुनिक शिक्षक विगत कई वर्षों से मदरसों में आधुनिक विषय ( हिन्दी, अंग्रेजी, गणित विज्ञान, कम्प्युटर सा० वि०) का अध्यापन कार्य कर रहे हैं। विगत 72 माह से केन्द्रांश मानदेय न मिलने के कारण आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है, जिसके कारण परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है हम शिक्षक गण दिन प्रतिदिन कर्ज में डूब चले जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी का सपना है कि हर मदरसा आधुनिक हो जिससे गरीब बच्चों को देश के मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
मदरसा आधुनिक शिक्षकों का नवीनीकरण करके उनको स्थायी किया जाय। मदरसा आधुनिक शिक्षकों की सेवा नियमावली बनायी जाय। मदरसा आधुनिक शिक्षकों के अतिरिक्त अंशदान में प्रतिमाह बढ़ोत्तरी की जाय। सभी शिक्षकों की बातों को ध्यान पूर्वक सुनने के बाद आयोग के सदस्य ने कहा कि हम जब से भ्रमण पर निकले हैं मेरे सामने आप लोगों की समस्याएं बार-बार आ रही हैं एक ही जनपद में 6 बार 5 बार शिक्षकों के माध्यम से ज्ञापन दिया रहा जा रहा है मैं इसकी गंभीरता को पूर्ण रूप से समझ रहा हूं और मैं आशा करता हूं, आप लोगों के बात को माननीय मुख्यमंत्री से जरूर कहूंगा आप लोगों मानदेय जरूर दिलाऊंगा। इस मौके पर गुलाम रब्बानी, कलीम अशरफ, मोहम्मद आरिफ, फिरोज खान, फिरोज अहमद, मकबूल अहमद, इलियास अहमद आदि मौजूद रहे।